राजनीति में आने का मेरा उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति तक विकास और सुविधा पहुँचाना रहा है। पिछले राजनीतिक कार्यकाल में मैंने अपने क्षेत्र के लोगों की जरूरतों को समझते हुए कई महत्वपूर्ण जन कल्याण परियोजनाओं को सफलतापूर्वक संपन्न किया।
लखनऊ में मेरे प्रयासों के तहत 86 सोलर लाइटों की स्थापना की गई, जिससे ग्रामीण और शहरी इलाकों में रोशनी की कमी को दूर किया गया। 48 हैंडपम्प लगाए गए, जिससे लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हुआ। साथ ही 1,142 मीटर सड़क का निर्माण और विभिन्न विद्यालयों के भवन निर्माण के लिए ₹38 लाख की राशि खर्च की गई। विद्युत सुविधा बढ़ाने हेतु ₹5.53 लाख का प्रावधान किया गया। फ्रेंड्स कॉलोनी शहीद पथ के पास 200 मीटर नाले का निर्माण ₹50 लाख की लागत से किया गया। सरकारी प्राथमिक स्कूलों में शौचालय निर्माण हेतु ₹1.30 लाख, बीमारी से निपटने के लिए ₹2.5 लाख और कचेहरी में टीन शेड निर्माण हेतु ₹1 लाख की राशि का प्रावधान किया गया।
हरदोई में 416 सोलर लाइट और 147 हैंडपम्प लगाए गए। 3.5 किमी सड़क निर्माण के साथ 23 विद्यालयों के भवन निर्माण हेतु ₹25.83 लाख, विद्युतिकरण के लिए ₹6.45 लाख और गरीबों के इलाज हेतु ₹2.5 लाख खर्च किए गए। सरदार पटेल स्मृति द्वार और स्व. बाबू सिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अहिरोरी स्मृति द्वार के निर्माण हेतु क्रमशः ₹5.95 लाख और ₹1.5 लाख का बजट निर्धारित किया गया। इसके अलावा संडीला से मल्लावां होते हुए मेंहदीघाट तक लगभग 60 किमी डबल लेन डामर रोड तथा संडीला से कोथावां होते हुए प्रतापनगर चौराहा तक 32 किमी डामर रोड का निर्माण कराया गया।
रायबरेली में 105 सोलर लाइट, 52 हैंडपम्प लगाए गए और 1.154 किमी सड़क निर्माण के साथ 33 विद्यालयों के भवन निर्माण हेतु ₹1 करोड़ 45 लाख 68 हजार का खर्च किया गया। प्रतापगढ़ में 257 हैंडपम्प, 1 किमी सड़क और 8 विद्यालयों के भवन निर्माण के लिए ₹39 लाख का बजट निर्धारित किया गया। साथ ही गरीबों के इलाज के लिए ₹5 लाख का प्रावधान किया गया।
सीतापुर में 117 सोलर लाइट, 61 हैंडपम्प लगाए गए और 7 विद्यालयों के भवन निर्माण हेतु ₹21.65 लाख की राशि खर्च की गई। तहसील महमूदाबाद में टीन शेड निर्माण हेतु ₹1.5 लाख का प्रावधान किया गया। लखीमपुर खीरी में 245 सोलर लाइट, 23 हैंडपम्प लगाए गए और 2 विद्यालयों के भवन निर्माण हेतु ₹8.94 लाख खर्च किया गया। सिविल कोर्ट मोहम्मदी में अधिवक्ताओं के पुस्तकालय के लिए ₹1 लाख का बजट रखा गया।
बाराबंकी में 182 सोलर लाइट, 221 हैंडपम्प लगाए गए, 7.75 किमी सड़क का निर्माण कराया गया और लगभग 18 विद्यालयों में भवन निर्माण हेतु ₹37.66 लाख खर्च किए गए। बीमारी से निपटने के लिए ₹4.14 लाख की राशि का प्रावधान किया गया।
मैं हमेशा यह मानती हूं कि जनता की समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना ही सच्चा राजनीतिक कर्तव्य है। क्षेत्र के लोग जब भी जन कल्याण के लिए कोई भी कार्य मेरे पास लेकर आते हैं, मैं उसे सहर्ष और तत्परता से निष्पादित करती हूं। मेरा प्रयास रहा है कि हर गांव, हर सड़क, हर विद्यालय और हर परिवार तक विकास की किरण पहुंचे।